विद्युत चुंबकीय प्रेरण किसे कहते हैं विद्युत चुंबकीय प्रेरण संबंधी फैराडे के नियमों को लिखिए

विद्युत चुंबकीय प्रेरण किसे कहते हैं विद्युत चुंबकीय प्रेरण संबंधी फैराडे के नियमों को लिखिए

 प्रश्न01:- विद्युत चुंबकीय प्रेरण किसे कहते हैं विद्युत चुंबकीय प्रेरण संबंधी फैराडे के नियमों को लिखिए

उत्तर- विद्युत चुंबकीय प्रेरण(electromagnetic induction)- जब कभी तार के 1 लुप और एक चुंबक के बीच आपेक्षिक गति होती है तो उस बंद लूप में विद्युत धारा बहने लगती है इस धारा को प्रेरित धारा कहते हैं जिस विद्युत वाहक बल के कारण प्रेरित धारा प्रवाहित होती है उसे प्रेरित विद्युत वाहक बल कहते हैं तथा इस परिघटना को विद्युत चुंबकीय प्रेरण कहते हैं


विद्युत चुंबकीय प्रेरण संबंधी फैराडे के नियम- फैराडे के विद्युत चुंबकीय प्रेरण संबंधी प्रयोगों के आधार पर 2 नियमों का प्रतिपादन किया जिन्हें हम फैराडे के विद्युत चुंबकीय प्रेरण के नियम कहते हैं यह नियम निम्नलिखित हैं 


प्रथम नियम- जब कभी किसी बंद परिपथ से बंद चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन होता है तो उस परिपथ में विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है उसका अस्तित्व समय तक रहता है जब तक कि चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन होते रहते हैं 


द्वितीय नियम- प्रेरित विद्युत वाहक बल का मान चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर के अनुक्रमानुपाती होता है 

      Eअनुक्रमानुपाती dफाई/dt


प्रश्न02:- फैराडे के विद्युत चुंबकीय प्रेरण के नियम लिखिए तथा प्रेरित विद्युत वाहक बल के लिए व्यंजक ज्ञात कीजिए


उत्तर- फैराडे के द्वतीय नियम से विद्युत वाहक बल का मान चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर के अनुक्रमानुपाती  होता    है  माना किसी क्षण  किसी परिपथ से बंद चुंबकीय फ्लक्स फाई1 है तथा t समय के पश्चात उस परिपथ  से बद्ध चुंबकीय फ्लक्स फाईहो जाता है  तब चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर

              = फाई1-फाई2/t

तब फैराडे के विद्युत चुंबकीय प्रेरण के द्वितीय नियम के अनुसार


 = Eअनुक्रमानुपाती फाई1-फाई2/t

 =  E= - K ( फाई1-फाई2/t )


जहां K एक अनुपातिक नियतांक है S.I. पद्धति में इसका मान एक होता है


तब। E= - K (फाई1-फाई2/t)


यहां ऋण  चिन्ह इस बात को प्रदर्शित करता है कि प्रेरित विद्युत वाहक बल  सदैव चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन का विरोध करता है


यदि ∆t समय अंतराल में कुंडली से बंद चुंबकीय प्लस मे ∆फाईBपरिवर्तन हो तो

   E =. -∆फाईB/∆t

यदि समय अंतराल बहुत ही कम हो अर्थात

    ∆t --->0

तब  

          E = lim ( ∆फाईB/∆t )

                          ∆t --->0

E =  -dफाईB/dt 

यही प्रेरित विद्युत वाहक बल का व्यंजक है यदि ∆t  का मान कम है तो उपयुक्त समीकरण से स्पष्ट है कि प्रेरित विद्युत वाहक बल का मान अधिक होगा


प्रश्न03:- एक लूप से बंद चुंबकीय फ्लक्स फाई=  6t²+7t+1 जहां फाईB का मान मिली बेवर में है तथा t का मान sec. में है t = 2 पर लूप में कितना विद्युत वाहक बल प्रेरित होगा. /dt

उत्तर- दिया है 

          फाई=  6t²+7t+1 मिली बेबर

     E = - dफाईB/dt

       = - d/dt (6t² +7t+1)

       = - d/dt +(t²) + 7d/dt(t)+d/dt (1)

      = -6×2t²-¹ + 7×1 +0


dफाईB/dt = 12t + 7

तब  E = - (12t+7).

      t=2  पर

    E = -(12×2+7)

      = -31 मिली बेबर


प्रश्न04:- एक बंद लूप से बद चुंबकीय फ्लक्स फाई=  2t²-5t+7 मिली बेवर है 2 सेकंड पश्चात रूप में उत्पन्न विद्युत वाहक बल का मान ज्ञात कीजिए

उत्तर - 

 दिया है 

     फाई=  2t²-5t+7 मिली बेबर

 dफाईB/dt. = 4t-5

   t=2 पर

       E = -(4×2-5)

          = (8-5)

       E = -3  मिली बेबर



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