प्रश्न01:- प्रतिरोधकता किसे कहते हैं इसका S. I.मात्रक तथा विमीय सूत्र लिखिए
उत्तर- प्रतिरोधकता- किसी पदार्थ के एकांक लंबाई और एकांक अनुप्रस्थ परिषद वाले चालक के प्रतिरोध को उसकी प्रतिरोधकता कहते हैं इसे रो से प्रदर्शित करते हैं
तथा इसका सूत्र = रो = RA/l
प्रतिरोधकता का S. I. मात्रक ओम × मीटर होता है
तथा विमीय सूत्र [M L³T-³A-²]
किसी चालक तार के विशिष्ट प्रतिरोध को प्रभावित करने वाले कारक निम्न है
पदार्थ की प्रकृति पर- किसी पदार्थ की प्रतिरोधकता उस पदार्थ में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या के व्युत्कृमानुपाती होती है अर्थात मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या अधिक होने पर उस पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध कम होगा
ताप पर- ताप बढ़ाने पर किसी चालक के विशिष्ट प्रतिरोध का मान बढ़ जाता है
प्रश्न02:- दिए गए चित्र में A और B के बीच तुल्य प्रतिरोध तथा विभवांतर ज्ञात कीजिए
उत्तर- चित्र में बाई और 9 ओम के 3 प्रतिरोध समांतर क्रम में जुड़े हैं यदि इनका परिणामी R' हो तो
1/R'= 1/9 + 1/9 1/9
1/R'= 3/9 =⅓
R'. = 3ओम
अब A.और B के बीच R' = 3ओम और 9ओम के प्रतिरोध श्रेणी क्रम में जुड़े हैं तो इनका तुल्य प्रतिरोध
R = 3+9
R = 12ओम
यदि धारा I=1 एंपियर हो तो तब ओम के नियम से
V= RI = 12x1
V = 12 बोल्ट
प्रश्न03:- वोल्टीमीटर और विभवमापी में अंतर स्पष्ट कीजिए
उत्तर- वोल्टमीटर और विभवमापी में निम्न अंतर है
प्रश्न04:- चित्र में 4 ओम ‚ 4 ओम तथा 3 ओम के तीन प्रतिरोध एक 10 वोल्ट की बैटरी के साथ चित्र में दर्शाए अनुसार क्रम में जुड़े हैं परिपथ का तुल्य प्रतिरोध तथा बैटरी से प्राप्त धारा के मान को ज्ञात कीजिए
प्रतिरोध - 4ओम ,4ओम, 3 ओम
V = 10 बोल्ट
तुल्य प्रतिरोध- ? । =?
माना 4 ओम और 4ओम के प्रतिरोध को का तुल्य प्रतिरोध R' है तब प्रतिरोधों के समांतर क्रम संयोजन से
1/R' = 1/R1 + 1/R2
= ¼ +¼
= 2/4
= ½
R' = 2
अतः परिपथ का कुल तुल्य प्रतिरोध
R = R' + R3
= 2+3
= 5 ओम
अब ओम के नियम से
I = V/ R
10/5 = 2A
अतः दिए गए परिपथ का कुल तुल्य प्रतिरोध
5 ओम तथा धारा 2 एंपियर होगी
प्रश्न05:- ओमीय तथा अनओमीय परिपथ किसे कहते हैं
उत्तर - ओमिया परिपथ और अनओमिया परिपथ की परिभाषाएं निम्न है
ओमीय परिपथ- उस परिपथ को ओमिया परिपथ कहते हैं जिस परिपथ में ओम के नियम का पालन होता है उसे ओमिया परिपथ कहते हैं यह परिपथ केवल धातु चालकों के लिए सत्य है इसमें V और । के मध्य खींचा गया ग्राफ एक सरल रेखा होती है
अनओमिया परिपथ - उस परिपथ को अनओमिया परिपथ कहते हैं जिस परिपथ में ओम के नियम का पालन ही होता उसे अनओमिया परिपथ कहते हैं इसमें V और । के मध्य खींचा गया ग्राफ मे सरल रेखा प्राप्त नहीं होती है
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