Ncert 12th Physics Solution

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प्रश्न01:- R1R2 R 3के तीन प्रतिरोध श्रेणी क्रम समांतर क्रम में संयोजित किए गए हैं इनके तुल्य प्रतिरोध के लिए व्यंजक ज्ञात कीजिए

.उत्तर:-  श्रेणी क्रम -

                           प्रतिरोधों के इस संयोजन में पहले प्रतिरोध के दूसरे सिरे को दूसरे प्रतिरोध के पहले सिरे से तथा दूसरे प्रतिरोध के दूसरे सिरे को  तीसरे प्रतिरोध के पहले सिरे से संयोजित करते हैं इसी प्रकार अन्य प्रतिरोधों को भी संयोजित करते हैं अंत में पहले प्रतिरोध के पहले से और अंतिम प्रतिरोध के दूसरे सिरे को विद्युत परिपथ से जोड़ देते हैं

माना चित्र में तीन प्रतिरोध R1R2 R 3को श्रेणी क्रम में संयोजित किया गया है माना एक बैटरी E की सहायता से इस संयोजन के सिरो AB के बीच विभांतर लगाया गया है



इस संयोजन में धारा I एक ही मार्ग में समस्त प्रतिरोधों में समान रूप से धारा I प्रभावित हो रही है

 प्रतिरोध R1 के लिए सिरो के बीच विभवांतर

              V1 = IR

प्रतिरोध R2 के लिए सिरो के बीच विभांतर

              V2 = IR


प्रतिरोध R3 के लिए सिरो के बीच विभांतर

              V3 = IR3

इसीलिए A और B के बीच का कुल विभांतर

               v = V1 + V3 + V3      

              IR = IR1+IR2 + IR3IR 

                R=R1+R2 + R3



अतः श्रेणी क्रम संयोजन में तुल्य प्रतिरोध का मान समस्त प्रतिरोधों के तुल्य होता है

यदि श्रेणी क्रम  संयोजन में n प्रतिरोध है तो

            R=R1+R2 + R3+………….+ Rn


02. समांतर क्रम- समांतर क्रम संयोजन में प्रत्येक प्रतिरोध के पहले सिरे को एक बिंदु पर तथा दूसरे सिरे को दूसरे बिंदु पर संयोजित करते हैं अंत में इन दोनों बिंदुओं को परिपथ से जोड़ दिया जाता है माना चित्र में तीन प्रतिरोध R1R2 R 3को बिंदु और के मध्य समांतर क्रम में जोड़ा गया है तथा इन बिंदुओं के बीच एक बैटरी E को विभांतर V से जोड़ा गया है



माना परिपथ में बहने वाली संपूर्ण धारा । है यह धारा बिंदुपथ पर तीन भागों में विभाजित हो जाती है माना मेंR1‚R2 ‚R 3को बहने वाली धाराएं I1,I2,I3, है तब

           I = I1 + I2 + I3 ……….1


चुकि प्रत्येक प्रतिरोध के सिरे के बीच विभांतर C है

अतः ओम के नियम से

      I1 = V/R1.  , I2 = V/R2 ,I3 = V/R3


समीकरण 1 से

 1/R = 1/R1.+ 1/R2  +1/R3


अतः आप प्रतिरोध के समांतर क्रम संयोजन में तुल्य प्रतिरोध का व्युत्क्रम प्रत्येक प्रतिरोध के व्युत्क्रम के योगफल के बराबर होता है


प्रश्न02:- विद्युत वाहक बल और विभवांतर में अंतर स्पष्ट कीजिए

उत्तर :- विद्युत वाहक बल और विभवांतर में निम्नलिखित अंतर है


विद्युत वाहक बल

  विभांतर

इस शब्द का उपयोग स्त्रोतों जैसे - सेल बैटरी ‚डायनेमो ‚जनरेटर ‚आदि के लिए किया जाता है

इस शब्द का उपयोग विद्युत परिपथ के किन्हीं दो बिंदुओं के मध्य विभव के अंतर को प्रकट करने के लिए करते हैं

विद्युत परिपथ भंग होने पर भी इसका अस्तित्व रहता है

विद्युत परिपथ भंग होने पर इसका अस्तित्व समाप्त हो जाता है

यह विद्युत परिपथ के किन्हीं दो बिंदुओं के मध्य विभांतर से बड़ा होता है

यह सदैव विद्युत वाहक बल से छोटा होता है

इसके कारण किसी बिंदु परिपथ में धारा प्रवाहित होती है

किसी विद्युत परिपथ में धारा प्रवाहित होने के कारण ही विभांतर उत्पन्न होता है







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