CGBSE Class 12t Hindi Set-B open book paper Solution 2021 By Aglase.com
CG board exam 2021
Class 12 Hindi set -B
Full solution
उत्तर 1- 1-2 से चमोली तो पद देखते देखते हम रिस्टोर हो गए हैं।
उत्तर 2- नूतन मानवीय संबंधों का विकास करके तथा राष्ट्रीय बौद्धिक संघटना से नेतृत्व को स्थापित कर सकते हैं।
उत्तर 3- सरकार को एक सिर दर्द होता अंतः करण एक भावना कि हम जाति और वर्ग के बंधनों से परे एक ही बिरादरी के सदस्य हैं। का विकास करना चाहिए।
उत्तर 4- हमारा देश आरय हिंदू द्रविड़ बौद्ध पारसी और मुसलमान क्रिश्चियन का मिलान स्थल है ।
उत्तर 5- यूनेस्को प्राच्य पश्चात अवबोध के लिए कार्य रहा है ।
6- शीर्षक मानवीय प्रकृति
मूल शब्द -प्रत्यय
उत्तर -2
कवि ने जीवन में आई बाधाओं की प्रकृति का वर्णन किया है।
पतित अपने जीवन के पथ पर चलता रहता है जब तक उसको अपनी मंजिल ना मिल जाए तब तक वह बिना रुके बिना हिले जीवन के पथ पर चलता रहता है।
प्रत्यय मेघ विद्युत घन खंड ज्वालामुखी जीवन में आई बाधाओं के प्रत्येक हैं।
युग के प्राचीर से कवि का अर्थ है समय की बाधाएं कभी कहता है संकल्पवान व्यक्ति बाधाओं संकटों से घबराता नहीं है वे उनसे मुकाबला कर उन पर विजय पा लेता है
उत्तर 4- प्रस्तावना
पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध-
विज्ञान के इस युग में मानव को जहां कुछ वरदान मिले हैं वहां कुछ अभिशाप भी मिले हैं प्रदूषण एक ऐसा भी अभिशाप है जो विज्ञान की कोख में से जन्मा है और जिसे सहने के लिए अधिकांश जनता मजबूर है।
प्रदूषण का अर्थ-
प्रदूषण का अर्थ है प्राकृतिक संतुलन में दोष पैदा होना ना शुद्ध वायु मिलना ना शुद्ध जल मिलना शुद्ध खाद्य मिलाना शांत वातावरण मिलना।
प्रदूषण कई प्रकार का होता है प्रमुख प्रदूषण है, वायु प्रदूषण जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण।
वायु प्प्रदूषण-
महानगरों में यह बिरजू से अधिक फैला है वहां 24 घंटे कल -कारखानों का धुआं मोटर वालों का काला दूंगा इस तरह फैल गया है कि वातावरण में सांस लेना दूभर हो गया है। शहरों में महिलाएं धोए हुए वस्त्र छत से उतर जाते हैं तो उन पर काले काले कर जमे हुए पाती है। यह कर जांच के साथ मनुष्य के फेफड़ों में चले जाते हैं और असाध्य रोगों का जन्म देते हैं यह समस्या वहां अधिक होती है जहां सघन आबादी होती है वृक्षों का अभाव होता और वातावरण तंग होता है।
पर्यावरण प्रदूषण -
जल प्रदूषण-
कल कारखानों का दूषित जल नदी नालों में मिलकर भयंकर जल प्रदूषण पैदा करता है बाढ़ के समय तो कारखानों में दुर्गंध जल नाली नालों में घुल मिल जाता है इससे अनेक बीमारियां पैदा होती हैं।
ध्वनि प्रदूषण -
मनुष्य को रहने के लिए शांत वातावरण चाहिए परंतु आजकल का कारखाना यातायात का शोर मोटर गाड़ियों की चील को लाउडस्पीकर तक बहरेपन और तनाव का जन्म दिया है।
प्रदूषणो दूसरों के दुष्परिणाम-
उपर्युक्त फिर दूसरों के कर्मों के स्वस्थ जीवन को खतरा पैदा हो गया है खुली हवा में लंबी सांस लेने तक को तरस गया है आदमी गंदे जल के कारण कई बीमारियां फसलों में बेकार चली जाती हैं जो मनुष्य शरीर में पहुंचकर घातक बीमारियां पैदा करती हैं। भोपाल गैस कारखाने में गैस के कारण हजारों लोग मर गए कितने ही अपंग हो गए पर्यावरण प्रदूषण के कारण समय पर वर्षा आती है ना सर्दी गर्मी का चक्र ठीक चलता है। सूखा बाढ़ ओला आदि प्राकृतिक प्रकोप ओं का कारण भी प्रदूषण है।
प्रदूषण के कारण -
प्रदूषण को बढ़ाने में कल कारखाने वैज्ञानिक संसद संसाधनों का अधिक उपयोग, फ्रिज ,कूलर ,वातानुकूल ,ऊर्जा ,संयंत्र आदि दोस्ती है प्राकृतिक संतुलन का पुराना भी मनुष्य कारण को अंधा -धुंध काटने से मौसम का चक्र बिगड़ा है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में हरियाली ना होने से भी प्रदूषण बड़ा है।
जागरूक देश की एक ही पहचान
पर्यावरण को ना ही कोई नुकसान
सुधार के उपाय -
विभिन्न प्रकार के प्रदूषण से बचने के लिए चाहिए, कि अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं हरियाली की मात्रा अधिक सड़कों के किनारे घने वृक्षों आबादी वाले क्षेत्र खुले हो हवादार हो हरियाली से ओतप्रोत हो कल कारखानों को आबादी से दूर रखना चाहिए और उनसे निकले प्रदूषित मन को नष्ट करने के उपाय सोचना चाहिए।
उत्तर 5- संपादन का अर्थ है किसी लिए पुस्तक दैनिक साप्ताहिक मासिक या सर्वाधिक कविता के पाठ भाषा भावना को व्यक्त करके तथा आवश्यकता अनुसार उसमें संशोधन परिवर्तन प करके उसे सार्वजनिक प्रयोग अथवा प्रकाशन का योग बना देना । किसी के कुछ कामकाज पर किसी के कामकाज पर निगाह रखते हुए किसी गड़बड़ी का पर्दाफाश करना और वॉचडक पत्रकारिता कहलाती है समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों की प्रमाणिकता निष्पक्षता संतुलन व महत्व क्या अनुसार समाचार पत्र में स्थान निर्धारण करना आदि कार्य संपादक के प्रमुख कार्य है।
समाचार नरोत्तम घटना और सामाजिक विषयों पर अध्ययन सूचना सूचनाओं का कहते हैं जिन्हें परासरण अंत जाल या अन्य माध्यमों की सहायता से आगाम आम लोगों यानी पाठ्य को दर्शकों और श्रोताओं तक पहुंचाया जाता है । एक अन्य परिभाषा के अनुसार समझ आता वह समस्त मासिक सूचना है जिसमें जन्मतिथि रुचि फोन करने का हो तथा लोग उसे जानने के लिए उत्सुक हो। 31 मार्च 2021|
उत्तर 6. नाटक को दृश्य कब माना जाता है। इसे दर्शकों के सम्मुख प्रस्तुत किया जाता है प्रत्येक नाटक का एक निश्चित समय सीमा में समाप्त होना भी आवश्यक है साहित्य के अन्य विधाओं जैसे कहानी उपन्यास कविता निबंध को पढ़ने के लिए हम अपनी सुविधा के अनुसार समय निकाल सकते हैं। एक ही कहानी को कई दिनों में थोड़ा थोड़ा पर शक कर समाप्त कर सकते हैं परंतु नाटक को तो दर्शकों ने एक निश्चित समय सीमा में एक ही स्थान पर देखना होता है नाटककार अपने नाटक का कष्ट भूतकाल से ले अथवा भविष्य काल से उसे उस नाटक को वर्तमान काल में ही संयोजित करना पड़ता है ऐसा भी नाटक हो उसे एक विशेष समय में कथानक भी नाटक के रूप में हमारे सम्मुख हमारी आंखों के सामने वर्तमान में ही घटित होता है इसलिए नाटक के मंच निर्देश वर्तमान काल में ही लिखे जाते हैं ।
उत्तर 7-
समाचार लेखन की सबसे प्रचलित प्रभावी और लोकप्रिय शैली उल्टा पिरामिड शैली है सभी तरह जनसंचार माध्यमों में से सबसे अधिक पानी 90% खबरें या स्टोरीज इस शैली में लिखी जाती है उल्टा पिरामिड शैली समाचार के सबसे महत्वपूर्ण तत्व को सबसे पहले लिखा जाता है और उसके बाद घटते हुए महत्व क्रम में अन्य तत्व या सूचनाओं को लिखा या बताया जाता है इस शैली में किसी घटना समाचार समस्य ब्यूरा कालानुक्रम की बजाय समाचार की महत्वपूर्ण तथ्य सूचना से शुरू होता है तात्पर्य पर यह है कि शैली में कहानी की तरह क्लाइमैक्स अंत मे नहीं बल्कि खबर की बिल्कुल शुरू में आता है ।
उत्तर 8.
(क)कवि के अनुसार कविता की उड़ान चिड़िया नहीं जानती चिड़िया का विचार की व्यापकता को नहीं समझ पाती चिड़िया की उड़ान सीमित होती है।
(ख )कविता पंख लगाकर मानव के आंतरिक व बाह्य रूप में उड़ान भर्ती है वह एक घर से दूसरे घर तक उड़ सकती है।
(ग) चिड़िया की उड़ान एक सीमा तक होती है परंतु कविता की उड़ान व्यापक होती है चिड़िया कविता की उड़ान को नहीं समझ सकती है ।
उत्तर 9.
कार्य प्रातः कालीन आकाश का वर्णन करते हुए कहता है कि सूर्य क्षेत्र से ऊपर उठता है तो हल्की लालिमा की रोशनी फैल जाती है ऐसा लगता है कि काली रंग की सिल् लाल के सर से धो दिया गया है अंधेरा काली सिल तथा सूरज की लाली केसर के समान लगती है इस समय आकाश ऐसा लगता है मानो काली स्लेट पर किसी ने लाल खड़िया मिट्टी मल दिया हो अंधेरा कालीसिल एट के समान व सुबह की लालिमा लाल खड़िया चौक समान लगती है।
उत्तर 10.
सामान ईश्वर राम भक्ति कॉमेडी कर सकता है तुलसी का यह काव्य सत्य क्या इस समय का भी योगसर तर्कसंगत उच्च कीजिए।
तुलसी का यह काव्य शब्द इस समय का युग से अंत तक बन सकता है जब वक्त के साथ प्रयास भी करें केवल भक्ति करने से फल की प्राप्ति होने से होने वाली नहीं है प्रभु की प्रार्थना में भक्ति और पुरस्कार दोनों का संगम होना आवश्यक है। केवल भक्ति के बल पर बैठा रहने वाला व्यक्ति निकम्मा हो जाता है प्रत्यय की भी बड़ी महिमा है।
उत्तर 11.
रात्रि की भूमिका को सिर्फ पहलवान की ढोलक ही ललकार अब चुनौती देती रहती है पहलवान संध्या से सुबह तक चाहे जिस ख्याल से ढोलक बजाता हो किंतु गांव के अद्भुत औषधि उपचार पत्र विहीन प्राणियों में वह संजीवनी सकती ही भर्ती थी बूढ़े बच्चे जवानों की शक्तिहीन आंखों के आगे दंगल का दृश्य नाचने लगता था संपन्न स्वस्थ सुनने में भी बिजली दौड़ जाती थी अवस्थी ढोलक की आवाज में ना तो बुखार हटाने का कोई गुड और था । और ना महामारी की शक्ति को रोकने की शक्ति ही पर इसमें संदेह नहीं कि मरते हुए प्राणियों को आंख बंद समय कोई तकलीफ नहीं होती थी मृत्यु से डरते नहीं थे।
(क) - गद्दाश में महामारी की विभीषिका की चर्चा की गई ढोलक की आवाज मन में उत्साह पैदा करती थी जिससे मनुष्य महामारी से निपटने को तैयार होता था l
(ख) ढोलक से महामारी के कारण अद्र्धृमत औषधि और उपचार भी इन लोगों को राहत मिलती थी।उसकी आवाज सुनकर उनके शरीरों में दंगल जीतने का दृश्य साकार हो उठा उठता था ।
(ग) लऊटटन ढोलक की आवाज के बल पर ही दंगल जीता था उस दृश्य को याद करके लोग उत्साह से भर उठते थे वह उन्हें बीमारी से लड़ने की प्रेरणा देता था।
उत्तर 12 राजनीतिक कारणों से मानचित्र पर लकीर खींच कर देश को दो भागों में बांटकर जमीन और जनता को अलग देश का दर्जा तो प्राप्त हो जाता है। परंतु यह अलगाव जनता को भावनात्मक तौर पर अपने वतन से अलग नहीं कर पाता। पाकिस्तानी भारतीय अधिकारी और सिख बीबी क्रमश: दिल्ली ढाका और लाहौर को ही आज भी अपना वतन मानते हैं। पुरानी यादें हर समय उन्हें घेरे रहती हैं। आज भी वह अपने वतन की सामान्य चीजों से उतना ही लगाव रखते हैं। इसी वजह से सीख बीवी नामक जैसी साधारण चीज वहां से लाने की बात करती है।इसलिए हम कह सकते हैं कि मानचित्र पर एक लकीर खींच देने भर से जमीन और जनता बट नहीं जाती रिश्तो से हमारी भावना शक्ति का वट जाना विश्वासों के जंगल में सत्य की राह खोजती हमारी बुद्धि की शक्ति को कमजोर करती है।पाठ में जीजी के प्रति लेखक की भावना के संदर्भ में इस कथन के और चित्र की समीक्षा कीजिए जब हम रिश्तो को निभाने के खातिर भावना के वशीभूत को हो जाते हैं। तब हमारे मन में जमीन विश्वास भी कई बार हिल जाते हैं । और हम सत्य को खोजने के प्रयास में लक्ष्य से भटक जाते हैं इस प्रकार की मन स्थिति में हमारी बुद्धि की ताकत कमजोर हो जाती है और हम भावना के वशीभूत हो जाते हैं । भावना के हावी होते ही बुद्धि किसी तर्क को नहीं मानती।
इस पाठ में लेखक का जी जी के साथ भावनात्मक संबंध है। उनके सामने वह अपनी विश्वास को कायम नहीं रख पाता उनके तर्कों के सामने उसकी बुद्धि की शक्ति कमजोर पड़ जाती है। यह वह यह सारे काम करने को तैयार हो जाता है जिन पर वह विश्वास नहीं करता है। त्योहारों पर उन अनुभवों को करता जिन्हें वह जड़ से उखाड़ने में विश्वास रखता है।
उत्तर 13. यशोधर बाबू बचपन से ही माता-पिता के देहांत हो जाने की वजह से जिम्मेदारियों के बोझ से लड़ गए थे वे सदैव पुराने लोगों के बीच रहे पले बढ़े आता वह उन परंपराओं को छोड़ नहीं सकते थे। यशोधर बाबू अपने आदर्श किस नंदा से अधिक प्रभावित हैं। और आधुनिक परिवेश में बदलते हुए जीवन मूल्यों और संस्कारों के विरुद्ध है। जबकि उनकी पत्नी अपने बच्चों के साथ खड़ी दिखाई देती है। वह अपने बच्चों आधुनिक दृष्टिकोण से प्रभावित हैं। वे बेटी के कहे अनुसार नए कपड़े पहनती हैं। और बेटों के किसी मामले में दखल नहीं देती यशोधर बाबू की पत्नी समय के साथ परिवर्तित होती है लेकिन यशोधर बाबू नंदा के संस्कारों और परंपराओं से चिपके हुए हैं।
उत्तर 14. मराठी के अध्यापक सौंदलगेकर कविता के अच्छे रसिक व मर्मज्ञ थे वह कक्षा में स्वसर कविता पाठ करते थे। तथा लय, छंद, गति ,आरोह अवरोह आदि का ज्ञान कराते थे। उन से प्रेरित होकर कुछ लेखक बंदी करने लगे। उन्हें यह ज्ञान हुआ कि वह अपने आसपास के दृश्यों पर कविता बना सकते हैं । धीरे-धीरे उन्हें कविता रचने का आत्मविश्वास बढ़ने लगा।
उत्तर 15
दूरदर्शिता कहानी का नायक आनंदा दूरदर्शी है। वह किशोरावस्था में ही पढ़ाई के महत्व को समझ गया था उसे पता था कि खेती में ज्यादा आमदनी नहीं है वह नौकरी या व्यवसाय का महत्व समझ गया था
मेहनती आनंदा बेहद मेहनती था वह खेत में कठोर मेहनत करता था तथा पढ़ाई में भी वह अब्बल था यह प्रेरणा नए युवा ले सकते हैं।
संघर्षशीलता आधुनिक किशोर किशोरिया कम वर्ष से सफलता अधिक चाहती हैं।आनंदा ने पढ़ाई, खेती ,स्कूल, समाज हर जगह प्रतिकूल परिस्थितियां होते हुए भी सफलता पाई उसको संगत प्रेरक है।
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